ढाई लाख का इनामी बदमाश शकील पुलिस मुठभेड़ में ढेर

सम्भलः सिपाहियों का हत्यारा ढाई लाख इनामी बदमाश शकील पुलिस मुठभेड़ में आखिरकार मारा गया। मुठभेड़ के दौरान दो पुलिसकर्मी भी गोली लगने से घायल हुए हैं, जबकि बुलेट प्रूफ जैकेट पहने होने की वजह से दो गोली लगने के बाद भी पुलिस कप्तान बाल बाल बचे। फिलहाल पुलिस मुठभेड़ के दौरान फरार हुए तीन अन्य बदमाशों की तलाश में छापेमारी कर रही है। आपको बता दें कि बीते 17 जुलाई को कैदी वैन से 3 कैदी दो पुलिसकर्मी की हत्या कर रायफल लूटकर फरार हो गए थे जिसके बाद संभल ही नहीं पूरे प्रदेश की पुलिस के लिए यह मामला चुनौती बन गया था। डीजीपी ओ.पी. सिंह ने फरार तीनों आरोपियों पर ढाई-ढाई लाख का इनाम घोषित कर दिया। हालांकि पुलिस ने फरार हुए तीनों कैदियों शकील कमल और धर्मपाल में से एक कमल को 20 जुलाई को ही मुठभेड़ में मार गिराया था जबकि धर्मपाल और शकील पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए थे। करीब एक माह का समय होने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली थे लेकिन आज पुलिस को मुखबिर की सूचना पर रजपुरा थाना क्षेत्र के मोलनपुर के जंगल में फरार कैदी धर्मपाल और शकील सहित 4 बदमाशों के होने की जानकारी मिली तो पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद के नेतृत्व में जंगल की घेराबंदी कर दी।



पुलिस से घिरा देख बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इस बीच पुलिस और बदमाशों के बीच जमकर फायरिंग होने लगी। फायरिंग के दौरान दो पुलिसकर्मी और एक बदमाश को गोली लग गई जबकि बदमाशों द्वारा फायरिंग में दो गोलियां पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद को छूकर निकल गई। हालांकि की पुलिस अधीक्षक बुलेट प्रूफ जैकेट पहना होने की वजह से बाल बाल बच गए। इस बीच 3 बदमाश मौके का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गए जिन की धरपकड़ के लिए पुलिस की दबिश जारी है।



   पुलिस ने घायल पुलिसकर्मियों और बदमाश को अस्पताल में भर्ती कराया जहां चिकित्सक ने बदमाश के मारे जाने की पुष्टि की। वहीं पुलिस अधीक्षक यमुना  प्रसाद ने बताया कि मुठभेड़ में मारा गया बदमाश वहीं शकील है जो कि बीते 17 जुलाई को कैदी वैन से दो पुलिसकर्मी की हत्या कर फरार हुआ था और जिस पर ढाई लाख का इनाम घोषित था। हालाकि पुलिसकर्मी की हत्या मामले में एक आरोपी धर्मपाल अभी पकड़ से दूर है उन्होंने उसको भी जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया है। आपको बता दें कि दो पुलिसकर्मी की हत्या कर फरार हुए कैदियों के मामले में पुलिस करीब एक माह से हाथ-पैर मार रही थी लेकिन पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी थी।