कश्मीर से 370 व 35 ए हटने के बाद भारत पूरी तरह से अब आजाद हुआ—प्रमोद गुप्ता

पूर्वी दिल्लीः यमुना विहार बी-3 में आरड्लूए फैडरेशन के महासचिव वेद शर्मा के निवास पर 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रुप से भजनपुरा डिवीजन एसीपी दिनेश कुमार शर्मा, थानाध्यक्ष आर.एस.मीणा,  भाजपा जिलाध्यक्ष अजय महावर के साथ पार्षद प्रमोद गुप्ता अतिथि के रुप में मौजूद रहे। सभी अतिथियों ने सदस्यों के साथ मिलकर ध्वजारोहण किया, तत्पश्चात देश के वीर शहीदों को नमन किया। इस अवसर पर सभी ने अपने-अपने विचार मंच से साझा किए। इसी क्रम में मंच से एसीपी दिनेश कुमार शर्मा जनता को सम्बोधित करते कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 व 35 ए के हटने पर उन्होंने एक शेर प्रस्तुत करते सभी को स्वतंत्रता दिवस की बंधाई दी। वहीं थानाध्यक्ष आर.एस.मीणा ने भी मंच के माध्यम से उपस्थित जनसमूह को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते कहा कि इलाके में आपसी भाईचारे की भावना को बढाते हुए मिलकर रहे। जिलाध्यक्ष अजय महावर ने कहा कि इस वार का स्वतंत्रता दिवस वाकई सन 47 के पहले स्वतंत्रता दिवस की तरह मना है। देश के प्रधानमंत्री ने जो गुलाम कश्मीर को आजादी दिला कर असम्भव कार्य को सम्भव करके दिखाया है। ये सब उसकी बदौलत ही हुआ है। हमे गर्व हैं ऐसे प्रधानमंत्री पर जो देश के लिए जो कहते है वो करके दिखाते है।



      पार्षद प्रमोद गुप्ता ने कहा कि बडे सौभाग्य की बात है कि हमें नरेन्द्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिला है जिसने सावन के पावन महीने में तीन ऐसे कार्य किए है, जिनकी किसी को भनत तक नही लगी केवल काम होने पर खुशियां मनाई गई। सबसे बडी खुशी इस पन्द्रह अगस्त पर हमारे भारत में कश्मीर की आजादी को लेकर हुई। जिसकी झलक देश की राजधानी में भी देखने को मिली। पहले कहते थे भारत आजाद है, मगर सही मायने में तो अब पूरी आजादी मिली है, जब कश्मीर भी हमारे साथ मिल गया।



       फैडरेशन के अध्यक्ष आर.आर.वर्मा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को हम नमन करते है।  जिन्होंने इस वार कश्मीर में भी भारत का तिरंगा फहरा कर दुनिया को चौका दिया। सचिव वेद शर्मा ने कार्यक्रम में आए अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए सभी को स्वतंत्रता दिवस व रक्षाबंधन की बंधाई दी। इस अवसर पर विनोद जोशी, पंकज झा, पूनम चौहान, मुखिया, वीर बैरागी सेना राष्ट्रीय संयोजक सुभाष शर्मा, उत्तर-प्रदेश अध्यक्ष राजन स्वामी के साथ सैकडों की संख्या में लोग मौजूद थे।