पुलिस को सबक सिखाने के लिए किया तीन किशोरियों का अपहरण

विजय कुमार


दक्षिणी जिलाः पुलिस द्वारा शांति भंग के आरोप में जेल चले जाने की खुन्नस में आकर एनजीओ संचालक एक युवक ने तीन नाबालिक बच्चियों का अपहरण कर लिया। पुलिस के अनुसार आरोपित  एनजीओ संचालक गिरफ्तार कर लिया और अपहृत तीनों को किशोरियों को सकुशल बरामद कर लिया है। तीनों को किशोरियां सगी बहन हैं और माता पिता की मौत के बाद कालिंदी कुंज में अपने चाचा के पास रहती हैं। कालिंदी कुंज पुलिस ने जून माह में आरोपी को शांति भंग करने के आरोप में जेल भेज दिया था। डीसीपी दक्षिण-पूर्वी चिन्मय विश्वाल ने बताया कि गत 22 अगस्त को दोपहर करीब 12 बजे जैतपुर स्थित खड्डा कॉलोनी निवासी यशपाल सिंह को एक व्यक्ति ने फोन किया और कहा कि वह कालिंदी कुंज थाने से एएसआई बोल रहा है उनकी गायब चल रही तीनों भतीजी (17,15 और 11 साल) इस समय थाने में है। उन्होंने उनके खिलाफ पुलिस को शिकायत सौंपी है और थाने पहुंचने के लिए कहा। यशपाल ने तुरंत अपनी पत्नी को फोन करके थाने भेजा। उनकी पत्नी जब थाने पहुंची तो पता चला कि ना तो उनकी भतीजी है और न हीं कोई शिकायत सौंपी गई है।


       इस पर पुलिस को मामला संदिग्ध लगा लेकिन इससे पुलिस को शक हो गया कि 16 अगस्त से गायब यशपाल की तीनों नाबालिग भतीजियों का लिंक इस फोन से जरूर है। इसके बाद पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया और साथ ही सीसीटीवी और कॉल डिटेल के आधार पर आरोपी की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने बदरपुर जैतपुर और कालिंदी कुंज समेत कई जगह पर छापेमारी की। इस बीच आरोपी का पता चला कि वह नोएडा के हरौला निवासी विमल हैं। इसके बाद पुलिस ने 23 अगस्त की सुबह नोएडा जाते समय खड्डा कॉलोनी से उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में विमल ने अपना अपराध कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर तीनों किशोरियों को फरीदाबाद के कमरे से सुरक्षित बरामद कर लिया। पूछताछ में मकान मालिक ने बताया कि आरोपी ने तीनों किशोरों को अपनी बेटी बताया था कहा था कि उसकी शादी शुदा जिंदगी में थोड़ा तनाव चल रहा है इसके चलते पत्नी से उसकी अनबन रहती है। ऐसे में अलग कमरा लेकर या रहना चाहता है। आरोप है कि विमल ने यशपाल से 12 हजार रुपये की फिरोती भी मांगी थी। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि गत 16 अगस्त को तीनों बहनें स्कूल से घर जा रही थी। तीनों को उदास देखा तो उसने खुद को एंटी करप्शन विभाग का पुलिस अधिकारी बताकर उनकी मदद करने की बात कही। उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता की मौत हो चुकी है वह अपने चाचा चाची के पास रहती हैं वे उन्हें प्यार नहीं करते हैं। इस पर आरोपी ने उनकी मदद कर पिता की संपत्ति में हिस्सा दिलाने का झांसा दिया और ऑटो में बैठाकर फरीदाबाद स्थित सेहतपुर गांव ले गया। उसने एक फर्जी सिम कार्ड खरीदा और परेशान करने के लिए फर्जी एएसआई बनकर यशपाल को कॉल की। आरोपित विमल से एक बाइक व फर्जी आईडी पर लिए गए 3 सिम बरामद हुए हैं।