गणपति विसर्जन में सम्मान और पर्यावरण संरक्षण का रखें ध्यान- राजेश्वारानंद महाराज

पूर्वी दिल्लीः शाहदरा गोरखपुर स्थित श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर के स्वामी राजेश्वरानंद महाराज ने गणेश उत्सव के अवसर पर सभी को गणेश उत्सव की   बधाई देते हुए कहा की गणपति की प्रतिमा को सम्मानित ढंग से विदा करने के  साथ पर्यावरण संरक्षण का विशेष रूप से ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि गणेश उत्सव मनाए पर गणपति की मूर्ति लाने से पहले उसके विसर्जन के लिए विचार अवश्य करें। राजेश्वरानंद महाराज ने कहा कि गणपति से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए स्थापना की जाएगी लेकिन गंदे नाले रूपी नदी में बचत करने से आशीर्वाद प्राप्त नहीं हो सकता। इससे गणेश भगवान को अपमानित करने का फल दुःख व कष्ट    के रूप में निश्चित मिलेगा।



           गणपति की मूर्ति को जलप्रपात या नदी में विसर्जित करके पानी को दूषित नहीं करें। ऐसी गणेश प्रतिमा लाएं जिसे बड़े टप, पतीले या नजदीक गड्ढा बनाकर विसर्जित किया जा सके अगर मूर्ति को नदी में विसर्जित करना ही है तो इको फ्रेंडली मूर्ति ही घर लाएं। गणपति प्रतिमा का सम्मानित ढंग से जल पात्र में विसर्जन करके फिर उस जल को पौधे की सिंचाई में लाएं। गणपति बाबा प्रतिमा की माटी से गणेश स्मृति में एक पौधा लगाएं जिससे साल भर गणेश की सेवा का मौका प्राप्त हो सके।