पूर्वी दिल्लीः दिल्ली पुलिस की महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष यूनिट की तरफ से चलाए जा रहे शक्ति अभियान के अंतर्गत शाहदरा जिला के दिलशाद गार्डन में 1500 स्कूली छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए। इसके लिए सी ब्लॉक स्थित राजकीय कन्या विद्यालय में 15 दिवसीय शिविर लगाया गया। सोमवार को शिविर के समापन पर मुख्य अतिथि के रूप में स्कूल में पहुंची दिल्ली पुलिस की विशेष आयुक्त नुजहत हसन ने सभी प्रशिक्षित छात्राओं को प्रमाण पत्र दिया।
इस मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नुजहत हसन ने कहा कि दिल्ली पुलिस महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है। इसके लिए कई कदम उठाए गए हैं। उनमें एक महिलाओं व बच्चों को आत्मरक्षा के गुर सिखाना भी है। आत्मरक्षा का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली छात्राएं मनचलों व गलत हरकत करने वालों का मजबूती से सामना कर सकें इसके लिए आत्मरक्षा गुर सिखाये गए हैं। उन्होंने कहा कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्राप्त छात्राए अब मनचलों को मुंहतोड़ जवाब दे सकती हैं। इस कार्यक्रम में छात्राओं ने जूडो कराटे का प्रदर्शन भी किया।
एक साथ इतनी संख्या में प्रशिक्षित छात्राओं को देखकर पुलिस अधिकारी भी गदगद हो गए। इस शिविर की खासियत यह रही कि इसमें 57 दिव्यांग छात्राओं ने भी भाग लिया। सभी छात्राओं ने शिविर में खूब मेहनत की उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस इस कार्यक्रम को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करा चुकी है। अब तक 6501 आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन दिल्ली पुलिस कर चुकी है। इसमें 12,75,282 छात्राओं व महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। विशेष यूनिट की पुलिस उपायुक्त गीता रानी वर्मा ने कहा कि महिलाओं और छात्राओं को अपनी सुरक्षा के प्रति अधिक सजग रहने की जरूरत है। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं के खिलाफ अपराध और किसी भी मुसीबत के समय खुद को सुरक्षित रखने पर नुक्कड़ नाटक पेश किया गया। इस दौरान पुलिस अधिकारी ने हिम्मत प्लस एप आदि के संबंध के बारे में भी जानकारी दी।