पाकिस्तान मिट रहा है, बहुत जल्द तीन से चार टुकड़ो में विभाजित होगा : इन्द्रेश कुमार

             नई दिल्लीः भारत-तिब्बत सहयोग मंच के स्थापना के बीस वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राजधानी दिल्ली के इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र में तिब्बत एवं कैलाश मानसरोवर की मुक्ति के लिये आयोजित हुए। राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन विशाल जन सम्मेलन बहुत ही धूम-धाम से संपन्न हुआ! शंख ध्वनि के साथ प्रारंभ हुए इस अधिवेशन में भारतीय एवं तिब्बती सभ्यता-संस्कृति पर आधारित अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। इस ऐतिहासिक अधिवेशन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ  प्रचारक एवं भारत-तिब्बत सहयोग मंच के मार्गदर्शक इन्द्रेश कुमार, निर्वासित तिब्बती सरकार के राष्ट्रपति माननीय लोकसांग सांगे, विश्व हिन्दू परिषद् के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोकसभा क्ष्रेत्र के सांसद एवं दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी, मंच के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सरदार हरजीत सिंह ग्रेवाल, मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आर.के खिरमे, मोहन लाल, गैरी डोलमा, मंच के राष्ट्रीय महासचिव पंकज गोयल, मंच के दिल्ली प्रांत संरक्षक अरविन्द गर्ग, अध्यक्ष अजय भारद्वाज, तपन भौमिक सहित अनेक गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही।



      हजारों की संख्या में उपस्थित विशाल जन सम्मेलन को संबोधित करते हुए इन्द्रेश कुमार ने कहा कि आज परम पावन दलाई लामा को भारत में आये हुए 60 वर्ष पूरे हो चुके हैं! इस समय दलाई लामा की उम्र 85 वर्ष है। इतने लम्बे संघर्ष के बाद उन्हें आज भी यह उमीद है कि तिब्बत आजाद होगा और तिब्बती अपने देश अवश्य जायेंगे!  आज यह काम लोगों को भले ही असंभव लग रहा है किन्तु एक दिन होकर ही रहेगा क्योंकि अब भारत में यह आवाज बहुत तेजी से उठने लगी है कि पाकिस्तान पीओके खाली करो। इसी प्रकार चीन अक्साई चीन को खाली करो की आवाज बहुत तेजी से गूंजने लगी है! जिस दिन पीओके और अक्साई चीन भारत के कब्जे में होगा उसी दिन तिब्बत की आजादी के मार्ग का द्वार खुल जायेगा!  चीन को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिये सबसे जरूरी यह है की चीनी सामानों का बहिष्कार किया जाये! भारत सरकार अपनी कूटनीति के माध्यम से, सेना अपने सैन्य पराक्रम से चीन एवं पाकिस्तान को सबक सिखाने में लगी हुई है ऐसे में हमारी जिमेदारी यह बनती है कि हम चीनी माल के बहिष्कार के लिये जन जागरण का कार्य करें! इस अवसर पर उन्होंने पाकिस्तान का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान का विभाजन 1971 में हो चुका है! अब उसका विभाजन तीन-चार टुकडों में फिर होने वाला है! पाकिस्तान का पतन तो निश्चित है! इसके अतरिक्त इन्द्रेश कुमार ने नारी शोषण, अल्पसंख्यक वाद, बढ़ती जनसँख्या, धर्मांतरण, धर्मान्धता, छुआछूत, प्रदूषण, हिंसा, दंगे, अलगावाद, गरीबी, निरक्षरता आदि से मुक्त भारत के लिये काम करने की अपील की! निर्वासित तिब्बत सरकार के राष्ट्रपति माननीय लोबसांग सांगे ने विशाल जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि हम भारत के बहुत आभारी हैं! पूरी दुनिया में भारत ने जितना हमारा साथ दिया है, उतना किसी ने नहीं दिया है।



            इस अवसर पर उपास्थित उतर-पूर्व दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के सांसद एवं दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि जिस काम को इन्द्रेश कुमार ने हाथ में लिया है उसे कामयाब बनाया है ! इस समय भारत सरकार जिस तरह से कार्य कर रही है उससे तिब्बत की आजादी का रास्ता बहुत ही जल्द तैयार होगा ! माननीय इन्द्रेश कुमार संघर्ष कर रहे अनगिनत लोगों के लिये प्रेरणास्रोत हैं! इस विशाल अधिवेशन में गणमान्य अतिथियों के अतरिक्त रविन्द्र गुप्ता, अनिल मोंगा, विशाखा सैलानी, राम किशोर पसारी, प्रमोद गोयल, शिवा कान्त तिवारी, नरेश ग्लो, सौरभ सारस्वत, सतीश शर्मा, नवीन पालीवाल, डॉ सुरेश चोपड़ा, रेखा गुप्ता, वीरेन्द्र अग्रवाल, संजना चौधरी, कुसुम गोला सहित हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।