प्रधानमंत्री के मन की बात सुनकर टीचर ने कर दिया कमाल

      बुलन्दशहरः  मन में कुछ कर गुजरने की इच्छा शक्ति हो तो संसाधन की कमी मायने नहीं रखती। संसाधनों के अभाव के बीच ऐसा की कुछ कर दिखाया है उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक शिक्षक ने। शिक्षक ने अपने स्कूल में 400 छात्राओं के लिये अपने वेतन से पांच शौचालयों का निर्माण करवा नजीर पेश की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने मन की बात कार्यक्रम के जरिये स्वच्छता की अलख जगाते रहे हैं।   बस इसी से प्रेरित होकर बुलन्दशहर के गांव लढ़ाना स्थित सरकारी स्कूल के अध्यापक सुनील कुमार दीक्षित ने ये पहल की। दरअसल 5 दशक पुराने खानपुर ब्लॉक में स्थित जनता शिक्षा सदन इंटर कॉलेज लढ़ाना में  लगभग 800 छात्र छात्राएं शिक्षारत हैं और इनमें करीब 400 लड़कियां हैं, जिनके लिए स्कूल में अलग से महज एक शौचालय था। शौच जाने के लिए छात्राओं की लंबी कतार लगती थी और घंटो तक इंतजार करना पड़ता था। शौचालय की कमी के कारण छात्राओं के सामने काफी दिक्कतें थी। कुछ तो शौचालय जा ही न हीं पाती थीं तो कुछ इस समस्या के चलते स्कूल आने से भी कतराती थीं या फिर खुले में शौच जाने को मजबूर होती थी। अध्यापक सुनील कुमार दीक्षित ने अपनी सैलरी से करीब 80 हजार रुपये इस नेक मुहिम को अंजाम देने का फैसला किया।



            पांचों शौचायल में साफ सफाई और पानी का इंतजाम किया गया है ताकि छात्राओं को किसी तरह की दिक्कतें ना हों और उनका स्कूल आना बीच में ना छूटे। इसको लेकर स्कूल की छात्रा गरिमा ने बताया कि अध्यापक सुनील कुमार ने बहुत सराहनीय काम किया है। मोनिका ने बताया कि लडकियों के लिए बहुत ही अच्छा काम कर रहे है।  ऐसे गुरुओं विधार्थियों के लिए भगवान का रुप होते है। शिक्षक सुनील दीक्षित ने बताया कि छात्राओं की समस्याओं को देख पी एम  मोदी के मन की बात सुनकर स्कूल में छात्राओं की शौच की समस्या का समाधान करने की ठानी और अपने ही वेतन के 80 हजार रूपये लगाकर 5 शौचालयों का निर्माण कराया।



   इस पर जिला विद्यालय निरीक्षक बुलंदशहर पी.के.तिवारी ने कहा कि अध्यापक के इस अनोखे कार्य की सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई और मैंने ही उसका उद्घघाटन किया। हमें गर्व है ऐसे टीचरों पर जो विधार्थियों की शिक्षा के साथ उनकी सुविधाओं का ख्याल रख कर उनके समाधान के लिए खुद पैसा खर्च करते है। सुनील दीक्षित इस कार्य से अन्य टीचरो को प्रेरणा लेने की जरुरत है।