उपराज्यपाल ने दिल्ली पुलिस को शिक्षण संस्थानों के आसपास के क्षेत्रों की विशेष निगरानी करने के दिए निर्देश

        नई दिल्लीः दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने संगठित अपराधों जैसे अवैध हथियारों का उपयोग करने वाले अपराधियों एवं ड्रग्स तस्करों से निपटने में दिल्ली पुलिस की तैयारियों की समीक्षा की। इस बैठक में दिल्ली के मुख्य सचिव, दिल्ली पुलिस आयुक्त, दिल्ली सरकार के विशेष गृह सचिव, विशेष पुलिस आयुक्त एवं संयुक्त पुलिस आयुक्त आदि उपस्थित थे। दिल्ली पुलिस ने उपराज्यपाल महोदय को बताया कि अवैध हथियारों के उपयोग करने वाले सक्रिय अपराधियों , जेल से रिहा संदिग्ध अपराधियों के बारे में खुफिया सूचनाओं को साझा कर उनसे निपटा जा रहा है जिससे कि संभावित अपराधों पर पूर्ण लगाम लगाया जा सके। चुनाव के दौरान और स्वतंत्रता दिवस /गंणतंत्र दिवस के अवसर पर सुरक्षा तैयारियों के मद्देनजर  पडोसी राज्यों के संबंधित पुलिस व खुफिया अधिकारियों के साथ नियमित समन्वय बैठकें की जाती हैं।  



                ड्रग तस्करी रोकने एवं इसमें शामिल अपराधियों की गतिविधियों पर प्रभावी निगरानी के लिए  दिल्ली पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी भी उपराज्यपाल महोदय को दी गई। गौरतलब है कि ड्रग तस्करी जैसे अपराधों के रोकथाम के लिए हर जिले में एन्टीनारकोटिक सेल भी बनाया गया है जिसके द्वारा संबंधित क्षेत्रों में नियमित निगरानी की जाती है। बैठक के दौरान यह भी जानकारी दी गई कि जिला स्तरीय एन्टी नारकोटिक स्कवाड को ड्रग्स की बिक्री-तस्करी करने वाले और संभावित ड्रग्स आपूर्तिकर्ताओं की पहचान कर उनसे निपटने का जिम्मा सौंपा गया है यह स्कवाड एसीपी आपरेशन के देख-रेख संचालित होता है। उपराज्यपाल ने निर्देश दिए कि मादक पदार्थों की आपूर्ति के लिए अंतराष्ट्रीय मार्गों की खुफिया सूचना सीमा सुरक्षा बलों के साथ साझा किया जाना चाहिए जिससे ड्रग्स की अंतराष्ट्रीय गिरोंहों और उनके नेटवर्क पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाया    जा सके। उपराज्यपाल ने बच्चों अथवा किशोरों को ड्रग्स की लत से बचाने के लिए दिल्ली पुलिस को शिक्षण संस्थानों के आसपास के क्षेत्रों की विशेष निगरानी करने के निर्देश दिए। 


उपराज्यपाल ने पुलिस आयुक्त को पड़ोसी राज्यों/जिलों के साथ समन्वय तंत्र को संस्थागत बनाने की सलाह दी और अपराधियों, ड्रग्स तस्करों, अवैध आग्नेयअस्त्रों के खिलाफ कार्रवाई के लिए इस तरह की बैठकों की आवृत्ति को बढ़ाने पर जोर दिया। साथ ही गोला बारूद की कतिपय संभावित चोरी रोकने के लिए गन हाउस का आडिट करने की भी सलाह दी।