जैन समाज भी अल्पसंख्यक स्कीमों का हक़दार: हाजी इशराक ख़ान

             उत्तर पूर्वी जिले के मौजपुर इलाके मे सौफिया एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी व  दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग दिल्ली सरकार मिलकर अल्पसंख्यकों के लिए दिल्ली सरकार के द्वारा दी जाने वाली स्कीमों के लिए जैन अतिथि  भवन मे जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमे सीलमपुर इलाके के विधायक हाजी इशराक ख़ान मुख्य अतिथि, एस. डी. एम.(हेड क्वार्टर) पवन कुमार, डॉक्टर प्रबजोत कौर (दिल्ली  अल्पसंख्यक आयोग), महेन्द्र जैन  (प्रधान जैन समाज ) विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे।सौफिया संस्था दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग की दिल्ली के लिए  अल्पसंख्यकों को जागरूक करने व् उनके अधिकार के लिए बात करने की सहयोगी संस्था है और पिछले 7 साल से  लगातार आयोग के साथ मिलकर दिल्ली मे सरकारी स्कीमों को जन जन तक पहुंचाकर हजारो लोगो को स्कीमों का  फायदा दिला चुकी है।



        दिल्ली सरकार की तरफ से स्कीमों को लेने के लिए एक जरूरी कागज आय प्रमाण पत्र बनना है। जिसे इलाके के SDM  द्वारा बनाया जाता है। इसके लिए सिर्फ तीन जरूरी कागजो की जरूरत पड़ती है आधार कार्ड, बिजली का बिल, वोटर कार्ड और अपनी आय का एक स्वय प्रमाणित एप्लीकेशन देना होता है । दिल्ली सरकार की ट्यूशन फीस वापसी की स्कीम के जरिये हजारों रुपए वापस लिए जा सकते है। बस जानकारी न होने की वजह से इन सभी स्कीमों से वंचित रह जाते है ऐसे मे जरूरी है कि सामाजिक संगठनों को मिलकर आयोग के साथ काम करना  चाहिए और सभी जरूरत मंदो को स्कीमों को दिलाने मे मदद करनी चाहिए। जो परिवार गरीबी रेखा के नीचे रहते है दिल्ली सरकार उनके बच्चो को प्राइवेट स्कूल मे आठवीं तक मुफ्त शिक्षा दिलाने के लिए ईडब्लूएस कैटगरी मे  दाखिले दिसंबर मे निकलते है हमे ज्यादा से ज्यादा बच्चो  का रजिस्ट्रेशन करना चाहिए।इशराक ख़ान ने अपने  सम्बोधन मे कहा कि आयोग अल्पसंख्यकों जैसे मुस्लिम, क्रिस्चन, इसाई, सिख, पारशी, जैन समुदाय के लिए बना है व् इनके अधिकारों के लिए निरंतर काम करने व् उनके हक़ के लिए आवाज उठाने के लिये सोफिया संस्था की  टीम काम करती है।किसी भी समाज, देश, जाति, समुदाय का विकास व् जमीनी स्तर पर बदलाव बिना शिक्षा के संभव  नहीं है। जब तक हमारे समाज के बच्चे अच्छी स्कूलों मे नहीं पढ़ेंगे तब तक  बदलाव लाना नामुमकिन है। स्कीमों को हासिल करना हमारा हक़ है क्योकि ये स्कीमों का पैसा सरकार हमारे दिए हुए टैक्स से ही जरूरतमदों को लौटाती है तो फिर हमे उन स्कीमों को लेने के लिए आगे आना चाहिए और अपने साथ साथ दूसरों को भी बताना चाहिए जिससे स्कीमों को हासिल करके अपने बच्चो को बेहतर तालीम दिलाई जा सके।परबजोत कौर ने कहा कि अभी हमने करीब अलग अलग इलाकों से 50 से ज्यादा एन. जी.ओ को आयोग मे शामिल किया है और अलग अलग समुदाय के लोगो कोमेंबर बनाया है। जिससे ज्यादा      से ज्यादा लोगो से संपर्क बनाया जा सके और आयोग उनकी परेशानियों को  सुनकर  उनका हल निकल सके। दिल्ली सरकार की स्कीमों के लिए हम जगह जगह  जागरूकता शिविर लगाकर उन्हें अपनी गैर सरकारी संस्थानों के साथ मिलकर जमीनी स्तर पर काम कर रहे है जिससे समय पर उनको लाभ दिलाया जा  सके।



     सुहैल सैफी ने अपने सम्बोधन मे कहा कि यह पहला मौका है।जब दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग जैन समुदाय के साथ स्कीमों के लिए जागरूक करने के   लिए शिविर का आयोजन सोफिया संस्था के साथ मिलकर लगाया गया  जैन समाज के जिम्मेदार लोगो को चाहिए कि अलग अलग इलाको मे संस्था के माध्यम से जागरूकता शिविर लगाए और लोगों को फायदा पहुँचाने मे मदद करें।  जिंदगी मे ऊँचाइयाँ हासिल करने के लिए पक्के इरादे का होना बहुत जरूरी है। अपने लड़कियों को पढ़ना हमारा मकसद नहीं हमारी जिद होनी चाहिए और पडोसी यदि आपको अपनी लड़की को पढ़ने से रोके तो घर की महिलाओं को चाहिए की उनके खिलाफ आवाज उठाये।