महांत्मा गांधी के बलिदान को कभी नही भूलाया जा सकता—सुमन राणा

    पूर्वी दिल्लीः सेंट मार्क्स सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल लाल मंदिर रोड हर्ष विहार में  राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई जिसमें स्कूल के बच्चों ने महात्मा गांधी के जीवन पर अलग अलग झांकियां  व कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के अंदर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा किए गए आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए बच्चों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन पर बहुत से दृश्य झांकी प्रस्तुत की। 2 अक्टूबर को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिन पर बच्चों ने उनको भी याद किया। बच्चों ने अपने कार्यक्रम में अपने भाषणों में कहां यह दोनों महान नेता हमारे देश के अंदर आजादी के समय जो संघर्ष कर रहे थे। उसके कारण ही आज हम इस देश के अंदर  सांस ले रहे हैं क्योंकि अगर उस समय आजादी का समय महात्मा गांधी जैसे लोग नहीं होते तो देश को आजादी नसीब नहीं होती। भारत के पूर्व प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री के याद में बोलते हुए बच्चों ने अपने भाषण में देश का सर्वोच्च नेता बताया और जय जवान जय किसान का नारा आज उन्हीं की देन है और किसानों को जवानों को आज भी उनके नाम से याद किया जाता है।



            कार्यक्रम में छोटी क्लास के बच्चों के लिए महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर ड्राइंग कंपटीशन कराया गया और बड़ी कक्षाओं के अंदर एस्से कंपटीशन व भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बच्चों ने महात्मा गांधी लाल बहादुर शास्त्री जीवन के मुख्य  अंश को सभी छात्रों को बताने की कोशिश की। इस कार्यक्रम के अंदर स्कूल की प्रधानाचार्य सुमन सिंह, उप प्रधानाचार्य सत्यवीर सिंह शामिल हुए और उन्होंने बच्चों को महात्मा गांधी लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर इतना शानदार कार्यक्रम करने के लिए बधाई दी। 


            प्रधानाचार्य सुमन सिंह ने  राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने हमारे देश के लिए जो योगदान किया है वह हमेशा याद किया जाएगा। इसलिए आज पूरा देश गर्व के साथ उन्हें याद कर रहा है। उप  प्रधानाचार्य सतबीर सिंह ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर बधाई देते कहां की हैं। यह वह लोग थे जो देश के लिए जीते थे और देश के लिए मरते थे। आज ऐसे लोगों को याद करके हम गर्व महसूस करते हैं. कार्यक्रम के अंदर प्रतियोगिता में शामिल हुए सभी बच्चों को प्रमाण पत्र और जो बच्चे फर्स्ट सेकंड थर्ड आए  उन्हें पुरस्कार से सम्मानित किया गया।