पूर्वी दिल्लीः दिल्ली में कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नही ले रहा है। दिल्ली मां लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ रही है। इसका मुख्य कारण लोगों का बेवजह घर से बाहर निकला और कोरोना कर्फ्यू और डॉक्टर्स की सलाह का पालन न करना माना जा रहा है। 9 अप्रैल के आंकडों के मुताबिक दिल्ली में 1578 मामले सामने आए है जिनमें 32 की मौत और 40 स्वस्थ्य हो गए है। शाहदरा जिला अंतर्गत गुरु तेग बहादुर अस्पताल के आवासीय परिसर में राहुल परिवार सहित रहता है। बताया जा रहा है कि राहुल के साथ उसकी पत्नी बेटियां व मां शीला रहती है।
राहुल कैंसर अस्पताल की कैटीन में काम करता है। बुधवार को राहुल व उसके परिवार को अस्पताल से टीम आकर ले गई थी। जांच के बाद परिवार को घर वापस छोड दिया उऩ्हे कोरंटाइन कर दिया है और राहुल को अस्पताल में आसोलेशन में रखा गया है। शाहदरा जिला जीटीबी अस्पताल के आवासीय राहुल व उसकी पत्नी की बुधवार को अस्पताल ले गए थे जहा जांच में कोरोना राहुल पोजेटिव पाया गया और उसकी पत्नी की नेगेटिव रिपोर्ट आने पर देर रात घर वापस भेज दिया। राहुल के परिवार को फ्लैट के अंदर ही कोरंटाइन कर दिया गया है। राहुल के पोजेटिव आने से कैम्पस में हलचल मच गई है।
कैम्पस निवासी अनिल कुमार ढाका ने बताया कि राहुल के कोरोना पोजेटिव होने के बाद यहां सावधानी के तौर पर प्रशासन ने कोई ठोस कदम नही उठाये है। लोगों ने खुद ही अपने-अपने कैम्पसों के गेट पर ताले लगा लिये है। लोगों ने क्षेत्रीय निगम पार्षद वीर सिहं पंवार से इलाके को सैनेटाइज कराने की अपील भी की है।